लोकजीवनमा चलिआएका सारपूर्ण कथन वा लोकोक्तिलाई उखान-टुक्का भनिन्छ जसले विशेष अर्थ वा सन्देश दिन्छ। नेपाली समाजमा प्रचलित केहि उखान-टुक्काहरु:
| उखान | अर्थ | 
| अँध्याराको काम खोलाको गीत | अर्थ: | 
| अघिपछि स्याहार चोर आउने दिन विस्याहार | अर्थ: | 
| अँध्याराको काम खोलाको गीत | अर्थ: | 
| अघिपछि स्याहार चोर आउने दिन विस्याहार | अर्थ: | 
| अघि बुढी जानिन, पछि बुढी मानिन | अर्थ: | 
| अकवरी सुनलाई कसी लाउनु पर्दैन | अर्थ:राम्रो कुरालाइ जाचीरहन पर्दैन | 
| अड्को पड्को तेलको धूप | अर्थ:ह्न्ज्क्न्, | 
| अगुल्टोले हानेको कुकुर बिजुली चम्कँदा तर्सन्छ | अर्थ: | 
| अचानाको चोट खुकुरीले जान्दैन | अर्थ:पिरपर्नेलाई मात्र थाहा हुन्छ | 
| आ | . | 
| आफ्नो आङको भैंसि नदेख्ने, अर्काको आङको जुम्रा पनि देख्ने | अर्थ:आफुको केहिपनि नदेख् ने अरुको सानु कुरा पनि देख्ने | 
| आफू ताक्छु मुढो, बञ्चरो ताक्छ घुँडो | अर्थ: आफुले एउता सोच्यो अर्कै हुन्छ | 
| आकाशको फल आँखातरी मर् | अर्थ: | 
| आफू नमरी स्वर्ग देखिन्न | अर्थ: | 
| आलु खाएर पेडाको धाक | अर्थ: | 
| आफ्नो दिउँ त मै मरिजाउँ, अर्काको पाए तीनमाना खाउँ | अर्थ: | 
| आफू भलो त जगतै भलो | अर्थ: | 
| इ | . | 
| इन्द्रको अगाडी स्वर्गको वयान | अर्थ: च्हुप् | 
| इलमीको भागमा माछा र मासु | अर्थ: काम गर्नेले मिठो खान पाउँछ। | 
| ई | . | 
| ईख नभएको मान्छे, बीख नभएको सर्प | अर्थ: | 
| उम्केको माछो ठूलो | अर्थ: | 
| ओरालो लागेको मृगलाई बाच्छाले खेद्छ | अर्थ: | 
| औंलो दिँदा डुँडुलो निल्ने | अर्थ: | 
| कानो गोरूलाई औंसी न पुर्ने | अर्थ: | 
| केरा खाँदै सुसेल्दै | अर्थ: | 
| कहिले सासुको पालो कहिले बुहारीको पालो | अर्थ: | 
| काग कराउँदैछ पीना सुक्दैछ | अर्थ: | 
| काला अक्षर भैंसी बराबर | अर्थ: | 
| कुकुरको पुच्छर बाह्र बर्ष ढुङ्रोमा हाले पनि बाङ्गाको बाङ्गै | अर्थ: | 
| कुरो र कुलो जता लग्यो त्यतै जान्छ | अर्थ: | 
| कौवालाई बेल पाक्यो हर्ष न विस्मात् | अर्थ: | 
| कमिलालाई मूतको पहिरो | अर्थ: | 
| काम गर्ने कालु मकै खाने भालु | अर्थ: | 
| क्ष | . | 
| . | . | 
| ख | . | 
| खाई न पाई छालाको टोपी लाई | अर्थ: | 
| खाने मुखलाई जुङ्गाले छेक्दैन | अर्थ: | 
| ग | . | 
| गर्ने भन्ने हनुमान पगरी गुँथ्ने ढेडू | अर्थ: | 
| गाई मारी गधा पोस्नु | अर्थ: | 
| गाई खानेले बाच्छो खान्छ | अर्थ: | 
| घ | . | 
| घोडा चढ्ने लड्छ | अर्थ: | 
| घिउ के मा पोखियो? भागैमा | अर्थ: | 
| घाँटी हेरी हाड निल्नु | अर्थ: | 
| घरको बाघ वनको स्याल | अर्थ: | 
| घरै पिंडालु वनै पिंडालु ससुराली जाँदा बाह्र हातको पिंडालु | अर्थ: | 
| ङ | . | 
| ' ' | ' ' | 
| च | . | 
| चटपटे साँढेका तीन ठाँउमा डाम | अर्थ: | 
| चिप्ला मुखको धमिलो पेट | अर्थ: | 
| चिचीको पनि लोभ पापाको पनि लोभ | अर्थ: | 
| चिनेको चोरले काट्छ | अर्थ: | 
| छ | . | 
| छन गेडी सबै मेरी छैनन गेडी सबै टेडी | अर्थ: | 
| छोरी कुटी बुहारी तर्साउनु | अर्थ: | 
| ज | . | 
| जाँगर न साँगर खाने बेला आँ गर् | अर्थ: | 
| जुन गोरूको सीङ छैन उसैको नाम तिखे | अर्थ: | 
| जहाँ स्त्री त्यहाँ श्री | अर्थ: | 
| जसले मह काढ्छ उसैले हात चाट्छ | अर्थ: | 
| जीउको सार घाँटी कुराको सार गाँठी | अर्थ: | 
| जुन थालमा खानु त्यही थालमा चुठनु | अर्थ: | 
| जोगीको घरमा सन्यासी पाहुना | अर्थ: | 
| जो चोर् त्यस्को ठूलो सोर् | अर्थ: | 
| जो लाउँछ चुक्ली उही जान्छ फुक्ली | अर्थ: | 
| जो होचो उसको मुखमा घोचो | अर्थ: | 
| जोई न जुँगा पोई न पोते, सातु न सोप्र्याक, केरा खाँदै सुसेल्दै | अर्थ: | 
| जति जोगी आए कानै चिरिएका | अर्थ: | 
| जीउ भए घ्यू पिए | अर्थ: | 
| ज्ञ | |
| - | - | 
| झ | . | 
| झिंगाको सरापले डिंगो मर्दैन | अर्थ: | 
| ञ | |
| - | - | 
| ट | . | 
| - | - | 
| ठ | . | 
| ठाउँ न ठहर बुढीको रहर | अर्थ: | 
| ड | . | 
| - | - | 
| ढ | . | 
| . | . | 
| ण | . | 
| . | . | 
| त | . | 
| तीलको पहाड बनाउनु | अर्थ: | 
| ताक परे तिवारी नत्र गोतामे | अर्थ: अबसरवादि | 
| तैं रानी मैं रानी को भर्ला कुवाको पानी | अर्थ: | 
| तित्राको मुखै बैरी | अर्थ: | 
| ढ | . | 
| देश गुनाको भेष कपाल गुनाको केश | अर्थ: | 
| दिन उजेली सुती गुमाई रात उजेली बिस्कुन सुकाई | अर्थ: | 
| दुबै हातमा लड्डू | अर्थ: | 
| दौरा न सौराको खल्ती | अर्थ: | 
| दुई जोइको पोइ कुना पसी रोइ | अर्थ: | 
| दूध दिने गाईको लात्ती सहनुपर्छ | अर्थ: | 
| ध | . | 
| धोवीको कुकुर घरको न घाटको | अर्थ: | 
| धनको पखेटा हुन्छ | अर्थ: | 
| न | . | 
| नमच्चिने पीङको सय झटका | अर्थ: | 
| नजाने गाउँको बाटो नसोध्नु | अर्थ: | 
| नपत्याउने खोलाले बगाउँछ | अर्थ: | 
| नाउँ न जस् खरानी घस् | अर्थ: | 
| नाच्न नजान्ने आँगन टेढो | अर्थ: | 
| नानी भन्दा आची ठूलो | अर्थ: | 
| नाङ्लो ठटाई हात्ती तर्साउनु | अर्थ: | 
| नखाउँ भने दिनभरिको शिकार खाउँ भने कान्छाबाबुको अनुहार | अर्थ: | 
| नहुनु भन्दा कानो मामा निको | अर्थ: | 
| निभ्ने वेलाको बत्ती उज्यालो | अर्थ: | 
| नजिकको देउता हेला | अर्थ: | 
| प | . | 
| पोहोरको मकै धेर यसपालीको जाडो धेर | अर्थ: | 
| पशुपतिको जात्रा सिद्राको व्यापार | अर्थ: | 
| पहिलेको तीतो पछिको मीठो | अर्थ: | 
| फ | . | 
| फूलको बास्ना वरिपरि मान्छेको बास्ना डाँडापारी | अर्थ: | 
| फोहर गरेपछि दैलो देख्यो | अर्थ: | 
| ब | . | 
| बैद्यका गलागाँड, ज्योतिषीका छोरी राँड | अर्थ: | 
| बाँदरको पुच्छर लौरो न हतियार | अर्थ: | 
| बाँदरको हातमा नरिवल | अर्थ: | 
| बोल्नेको पीठो बिक्छ नबोल्नेको चामल पनि बिक्दैन | अर्थ: | 
| बाख्राले विराउँछ भेडाको कान काट्ने | अर्थ: | 
| बिग्रेको घरको भत्केको चाला | अर्थ: | 
| बालीनाली अरूको राम्रो, छोराछोरी आफ्नो | अर्थ: | 
| भ | . | 
| भारी माथि सुपारी | अर्थ: | 
| भँडार खनेर आँगन पुर्नु | अर्थ: | 
| भेडा भेडासंग बाख्रा बाख्रासंग | अर्थ: | 
| म | . | 
| मह काढ्नेले हात चाट्छ । | अर्थ: | 
| मेरो गोरूको बाह्रै टक्का। | अर्थ: अरूको कुरा सुन्दै नसुनी आफ्नै लिंडेढीपी नछोड्नु। | 
| माछा देखे दुला हात, सर्प देखे खोकिलामा हात | अर्थ: | 
| मामाको घोडी मेरो हि हि | अर्थ: | 
| मुखमा राम राम बगलीमा छूरा | अर्थ: | 
| मरेपछि डुमै राजा {यो उखानले निश्चित जातिका मानिसलाइ होच्याएको हुनाले विवादित छ} | अर्थ: | 
| मर्ने बेलामा हरियो काँक्रो | अर्थ: | 
| मुसाको छोरी मुसैलाई | अर्थ: | 
| मरेपछि ओखती | अर्थ: | 
| य | . | 
| र | . | 
| रात रह्यो, अग्राख पलायो / रात रहे अग्राख पलाउँछ | अर्थ:जुन कुरो हुनु पर्थ्यो ति कुरो हरु परिवर्तन हुन्छन , | 
| रातभरी करायो दक्षिणा हरायो | अर्थ:जति नै गाह्रो सहेर नि काम गर्दा नि ज्याला नदिनु | 
| रोटी चिल्ला मीठा कुरा खस्रा मीठा | |
| ल | . | 
| लाटो लड्छ एक बल्ड्याङ बाठो लड्छ तीन बल्ड्याङ | अर्थ: | 
| लाटो देशमा गाँडो तन्नेरी | अर्थ: | 
| लङ्का जित्ने हनुमान पगरी गुथ्ने ढेडू | अर्थ: | 
| लूटको धन फूपूको सराद | अर्थ: | 
| लहरो तान्दा पहरो गर्जन्छ। | अर्थ: | 
| लासामा सुन छ कान मेरो बुच्चै | अर्थ: | 
| लोग्ने स्वास्नीको झगडा परालको आगो | अर्थ: | 
| व | . | 
| श | . | 
| स | . | 
| सुनारको सय चोट लोहारको एक चोट | अर्थ: | 
| सिपालुले सीप लायो मुखुण्डीले मुख लायो | अर्थ: | 
| साँढेको जुधाई बाच्छाको मिचाई | अर्थ: | 
| साउनमा आँखा फुटेको गोरूले सधैं हरियो देख्छ | अर्थ: | 
| साधुलाई सुली चोरलाई चौतारो | अर्थ: | 
| सोझाको सहाय दैव | अर्थ: | 
| सस्तो वेसाहा पेट लागी मर् | अर्थ: | 
| ष | . | 
| ह | . | 
| हात्ती आयो हात्ती आयो फुस्सा | अर्थ: | 
| हात्तीको मुखमा जीरा | अर्थ: | 
| हिस्स बुढी हरिया दाँत | अर्थ: | 
| हुने विरूवाको चिल्लो पात | अर्थ: | 
| हराएको गाई सूर्यलाई दान | अर्थ: | 
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